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Friday, December 23, 2011

तुमको मेरी याद आएगी ?


कुहासे की शीतल छुअन के साथ
साँसों की सुलगी  तपन के साथ
ये रुत भी बीत जायेगी
तुमको मेरी याद आएगी ?

चाय की चुस्की के साथ
बर्फीली हवा की घुड़की के साथ
जब सन्नाटी रात सताएगी
तुमको मेरी याद आएगी ?

गुलाबी से मौसम नीला होगा
गालो का रंग जर्द पीला होगा
आँखे भाप से धुन्ध्लायेगी
तुमको मेरी याद आएगी ?

27 comments:

  1. सिहरते , सुलगते एहसास और एक बर्फ हुआ जाता प्रश्न

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  2. Yaaden mausam ki mohtaaj nahi hoti wo to hamesa bani rahti hai keval mausam ke badalne ke saath-saath aur uugr hoti jati hai.

    Fir bhi sunder vichar hain.

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  3. .
    सुन्दर रचना, मुग्ध करते भाव, सादर.

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  4. वाह!
    बेहतरीन कविता।

    सादर

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  5. मन के गहरेपन में छिपती एक कहानी बैठी है।

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  6. वाह ...बहुत खूब ।

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  7. आएगी आएगी ..हमेशा आएगी :)
    बहुत सुन्दर सोनल.

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  8. कुहासे की शीतल छुअन के साथ
    साँसों की सुलगी तपन के साथ
    ये रुत भी बीत जायेगी
    तुमको मेरी याद आएगी ?.......दिन को झकझोरें वाली पंक्तियाँ ,पहली बार ब्लॉग पर आना हुआ,लगा जिसे अपने ही ब्लॉग पर आई हूँ ,काफी कुछ एक सा है हम दोनों के ब्लॉग में :)... सुंदर ब्लॉग और उम्दा कविता....बधाई स्वीकारें....

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  9. सोनल जी...

    आपकी कविता हमेशा मन को छूती है...आज की कविता पढ़कर भी
    कुछ पंक्तियाँ मन में आयीं हैं...नहीं लिखीं तो जाने कहाँ गायब हो जाएँगी....आप भी पढ़ें...

    हर क्षण, पल-पल में तेरी ही..
    याद में तिल-तिल जलता होगा..
    बिन आंसू बरसात के भी वो...
    याद तुम्हारी करता होगा....

    ठण्ड, कुहासे में लिपटी सी...
    भोर सर्द जब आती होगी...
    अपनी आखों में तेरी ही...
    अनुकृति देख संवारता होगा...


    याद तुम्हारी करता होगा....
    कोई जब मुस्का कर देखे...
    तेरी तरह लजा कर देखे...
    उन सबकी अनदेखी करके...
    खुद में रोज़ सिमटता होगा...

    याद तुम्हारी करता होगा....

    कोई भी रुत हो रंगीन सी...
    गर्मी हो या हो सर्दी ही....
    तुझ बिन हर वसंत अधूरा...
    पतझड़ सा मन रहता होगा...

    याद तुम्हारी करता होगा....

    इतनी मधुर कविता पढने का हमें अवसर देने के लिए आपका हार्दिक आभार...

    शुभकामनाओं सहित...

    सादर...

    दीपक शुक्ल...

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  10. उत्कृष्ट और भावपूर्ण....

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  11. सुन्दर विरहाभिव्यक्ति।

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  12. कोमल भावो की बेहतरीन अभिवयक्ति.....

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  13. कल 25/12/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  14. कुहासे की शीतल छुअन के साथ
    साँसों की सुलगी तपन के साथ
    ये रुत भी बीत जायेगी

    सुन्दर अभिव्यक्ति

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  15. सुन्दर खयालात.... बढ़िया रचना....

    मेरी क्रिसमस....

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  16. चाय की चुस्की के साथ
    बर्फीली हवा की घुड़की के साथ
    जब सन्नाटी रात सताएगी
    तुमको मेरी याद आएगी ?

    यादें तो हर पल साथ रहती हैं ... और फिर इस सन्नाटे में यादों के अलावा कौन आयगा ...

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  17. बहुत खूब!...बहुत सुंदर भावाभिव्यक्ति..क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें!

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  18. बहुत उम्दा लिखा हैं आपने ..

    परिचय करवाने के लिए आपका आभार



    आपका मेरे ब्लॉग पर हार्दिक अभिनन्दन

    प्लीज़ join my blog

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  19. भई बहुत सुन्दर प्रस्तुति वाह!

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  20. मौसम आयेंगे जायेंगे ... बहुत सुंदर!

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  21. गुलाबी से मौसम नीला होगा
    गालो का रंग जर्द पीला होगा
    आँखे भाप से धुन्ध्लायेगी
    तुमको मेरी याद आएगी ...
    उनकी याद दिल से जाती ही नहीं .. आप तो लौटाने के बात करते हो ... बहुत ही खूबसूरत एहसास लिए ...

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  22. खूबसूरत रचना...
    यादों की छांव में बेठे है और तरानों की मुंडेर पर जाने तुम कब आओगे...

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  23. रुत आती रुत जाती है , बस यादे भर दे जाती है

    न जाने ये प्यास है कैसी पीते बढ़ती जाती है

    हरदम सावन रहता है रिमझिम प्रेम बरसता है

    पी कहाँ पपीहा बोल रहा , पर मन तो रीता रहता है

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  24. तुमको मेरी याद आएगी ?...बहुत सुंदर रचना ।

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  25. सही बात जो अपना होता है उसकी याद हमेशा ही आती है...
    सुन्दर प्रस्तुति.

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