मैं क्या सोचती हूँ ..दुनिया को कैसे देखती हूँ ..जब कुछ दिल को खुश करता है या ठेस पहुंचाता है बस लिख डालती हूँ ..मेरा ब्लॉग मेरी डायरी है ..जहाँ मैं अपने दिल की बात खुलकर रख पाती हूँ
Tuesday, December 7, 2010
ये जो मेरा चेहरा है
(१)
ये जो मेरा चेहरा है
खुशियों से जड़ा है
हर वक़्त खिलखिलाहट
जैसे झुण्ड चहका है
आँखों में सितारों सी
चमक सदा है
इतनी लम्बी मुस्कराहट
हर लम्हा फ़िदा है
सदा दमकते है
मोती जिनके बीच
उसने कभी लबों को
सीप सा भी कहा है
मुस्कान के साथ पड़ते
गालों में गढढे
आँखों के करीब
दो पर्बत से उठते
मेरे चेहरे का वजूद
सबसे अलहदा है
(२)
ये जो मेरा चेहरा है
दर्द का फलसफा है
हर वक़्त सिसकियों की
गूँज से भरा है
आँखों से रिसती
सीलन इस दिल की
हर लम्हा यहाँ
सावन सा ही रहा है
आँखों के पास पड़े
स्याही के घेरे
देखे न जैसे
उजले सवेरे
मायूसी मेरे
वजूद का हिस्सा है
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कहानी
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ये जो मेरा चेहरा है
ReplyDeleteखुशियों से जड़ा है
हर वक़्त खिलखिलाहट
जैसे झुण्ड चहका है
आँखों में सितारों सी
चमक सदा है
इतनी लम्बी मुस्कराहट
हर लम्हा फ़िदा है
सदा दमकते है
मोती जिनके बीच
उसने कभी लबों को
सीप सा भी कहा है
मुस्कान के साथ पड़ते
गालों में गढढे
आँखों के करीब
दो पर्बत से उठते
मेरे चेहरे का वजूद
सबसे अलहदा है
शानदार...
दोनों ही चेहरे खूबसूरत हैं...
ReplyDeleteमन के द्वन्द को ख़ूबसूरती से बयान किया आपने.
ReplyDeleteअगर हमें हँसने और रोने का क्रम चुनना हो, तो पहले रो लेंगे, और फिर आखिर में उस रोने पे हँसेंगे ;)
ReplyDeleteलिखते रहिये ...
भाई कमाल की अभिव्यक्ति होती है आपकी।बहुत ही शानदार।
ReplyDeleteदोनों रचनाएँ अलग अलग अंदाज़ की......अपने आप में खूबसूरत
ReplyDeleteएक चेहरे को दो तरह से आप देखती है बहुत खूब .
ReplyDeleteएक ही व्यक्तित्व के दो हिस्से, उत्श्रंखलता और नीरवता।
ReplyDeleteमेरी निगाह में MIRROR IMAGE!!
ReplyDeleteखूबसूरती से सजाये हैं एहसास
ReplyDeleteअहसास बहुत अच्छा लगा.............
ReplyDeletebohot bohot hi kamaal ki post hai ye wali to, pehla hissa to bohot hi pyaara tha, use contrast karta hua doosra, aur bhi khoobsurat....beautiful
ReplyDeleteये जो मेरा चेहरा है
ReplyDeleteखुशियों से जड़ा है
... bahut sundar ... behatreen bhaav !!!
ये दोनों ही भाव आते ही रहते हैं चेहरेपर...और भाव बदलते रहते हैं....बढ़िया अभिव्यक्ति...
ReplyDeleteचेहरे की दो पहलू और दोनों ही बेहतरीन अंदाज़ से निखारे हैं आपने .... बहुत खूब ...
ReplyDeletewahooo !! no word for tht poem!!
ReplyDeletejai ho mangalmay ho
This comment has been removed by the author.
ReplyDeletebahut achchi post Sonal ji padhkar achcha laga
ReplyDeleteयही हकीकत है और शायद जीवन भी ...शुभकामनायें आपको !
ReplyDeleteदोनों चेहरे जिंदगी के रूप हैं ।
ReplyDeleteदोनों कवितायेँ .....जिन्दगी के करीब ...आभार
ReplyDeleteवाह जी वाह क्या बात है आपके लेखन में
ReplyDeleteये जो आपका चेहरा है
ReplyDeleteबहुत सुंदर चेहरा है.
घुघूती बासूती
आँखों के पास पड़े
ReplyDeleteस्याही के घेरे
देखे न जैसे
उजले सवेरे
मायूसी मेरे
वजूद का हिस्सा है...
दोनों कवितायेँ जिंदगी के दो रूप बहुत गहराई से प्रस्तुत करती हैं..सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति.आभार
मेरे चेहरे का वजूद
ReplyDeleteसबसे अलहदा है
koi shak nahi
अच्छी रचना लफ्जो का सुंदर उपयोग !
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग में SMS की दुनिया .........
आपका ब्लॉग बहुत पसंद आया है !
ReplyDeleteबहुत सच्ची और बहुत अच्छी रचना है
चेहरा और नजरिया, चेहरा और विश्वास, चेहरा और मुस्काम चेहरा और मायूसी, चेहरा और अँधेरा, चेहरा और उजाला.. ! कहने को तो डॉ रचनाएँ हैं और सिर्फ एक चेहरा किन्तु जाने कितने भावों का संचरण.. और कितने रंग.. वाह ! एक बेहद उम्दा और बहुआयामी रचनाओं के लिए बधाई. आप वाकई बेहद अच्छा लिखती हैं.. साधुवाद ! आभार !
ReplyDeleteसुख और दुख का अच्छा चित्रण किया है आपने।
ReplyDeleteवैसा मेरा मानना है कि धूंप-छांव की परछाईयों के चलते चेहरा बनता-बिगड़ता रहता है... असल बात है दिल न बिगड़े।
भावपूर्ण कविता
ReplyDeletebahut khoob likha hai apne...
ReplyDeleteचेहरों को बहुत गहनता से पढ़ा है आपने.. हर चित्र हर भाव उभर आये हैं.. अच्छा लगा...
ReplyDeletenice poem,
ReplyDeletelovely blog.
चेहरे को इस तरह से मैंने पहली बार पढा और अब देखा भी. वाह! बहुत खूबसूरत!
ReplyDelete--
पंख, आबिदा और खुदा के लिए
उलटा-पुलटा कर दिया आपने ! बहुत अच्छी लगी !
ReplyDeletedono images bahut khoob utaari hain, mujhe doosra hissa jyada pasand aaya
ReplyDeleteAAPKO PADHNA ACHHA LAGA.
ReplyDeleteNITYANAND TUSHAR
KABHI http://ntushar.blogspot.com
par blog dil ki baat dekhein.dhanyvaad
wah kya baat hai........
ReplyDeletebhavpoorn rachnae.......