मैं क्या सोचती हूँ ..दुनिया को कैसे देखती हूँ ..जब कुछ दिल को खुश करता है या ठेस पहुंचाता है बस लिख डालती हूँ ..मेरा ब्लॉग मेरी डायरी है ..जहाँ मैं अपने दिल की बात खुलकर रख पाती हूँ
सोनल जी आपके ब्लॉग पर पहली बार आया हूँ.आपकी सुन्दर अभिव्यक्ति से मन प्रसन्न हो गया.आपसे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.आपने सच्चे 'हवन' का मर्म खूबसूरती से समझा दिया है. बहुत बहुत आभार. मेरे ब्लॉग पर आईयेगा,आपका हार्दिक स्वागत है.
बहुत अच्छा रचनाएं है। आप ऐसे ही अपना लेख हम लोगों तक पहुचाते रहें।
मैं एक Social worker हूं और समाज को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देता हुं। मैं Jkhealthworld संस्था से जुड़ा हुआ हूं। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि आप भी इस संस्था से जुड़े और जनकल्याण के लिए स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां लोगों तक पहुचाएं। धन्यवाद। HEALTHWORLD
Aaahaaa...yah hawan zaari rakhiye...
ReplyDeleteswaaaaaaahaaaaaaaaaaaaa
ReplyDeletejhoothaa dharm...swaahaaaaaaaaa.
ReplyDeleteसोनल जी आपके ब्लॉग पर पहली बार आया हूँ.आपकी सुन्दर अभिव्यक्ति से मन प्रसन्न हो गया.आपसे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.आपने सच्चे 'हवन' का मर्म खूबसूरती से समझा दिया है.
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार.
मेरे ब्लॉग पर आईयेगा,आपका हार्दिक स्वागत है.
तथास्तु
ReplyDeleteवाह! सही है.
ReplyDeleteघुघूती बासूती
टिप्पणी मेरी....
ReplyDeleteस्वाहा!!!
वाह वाह बढ़िया है...
ReplyDeleteमैने भी सुर मिला दिया...
स्वाहा !!!
well said...:)
ReplyDeleteबहुत बढ़िया.एक स्वर मेरा भी मिला लो...स्वाहा...
ReplyDeleteswaha kar dene se sach me ye sab hote kahan hain swaha.!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया ..यज्ञ ..स्वाहा ...
ReplyDeleteswahaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaa
ReplyDeleteबड़ी स्वार्थी हैं आप!!
ReplyDeleteकुछ हमारे लिए और देश के लिए भी कर लेतीं तो आने वाली दुनिया और भी बेहतर हो जाती शायद!!
स्वाहा, सब कुछ तो कर दिया। अब हल्का लग रहा है।
ReplyDeletecreative.. and impressive..!!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर , सार्थक।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और सार्थक..
ReplyDeleteस्वाहा ... सच में ये सब स्वाहा हो जाए तो जीवन सफल है ...
ReplyDeleteस्वाहा कर दो सब कुछ.. क्या ले कर आए? क्या लेकर जाएंगे? सब स्वाहा होगा.. सच है जी..
ReplyDeleteपरवरिश पर आपके विचारों का इंतज़ार है...
आभार
ॐ सोनालाय नमः स्वाहा
ReplyDeleteॐ कविताय नमः स्वाहा
ॐ कवितस्य कल्पनाय नमः स्वाहा
ॐ अति सुन्दर रचनाय नमः स्वाहा
टिप्पणी पुष्पम समर्पयामि
शुभकामना ताम्बूलं समर्पयामि
स्वाहा - स्वाहा - स्वाहा !!!!!
जो कुछ भी गलत हो वो सब....स्वाहा..
ReplyDeletesonal ji sabhi rachnayen bahut hi sunder hai.....
ReplyDeleteबहुत अच्छा रचनाएं है। आप ऐसे ही अपना लेख हम लोगों तक पहुचाते रहें।
ReplyDeleteमैं एक Social worker हूं और समाज को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देता हुं। मैं Jkhealthworld संस्था से जुड़ा हुआ हूं। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि आप भी इस संस्था से जुड़े और जनकल्याण के लिए स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां लोगों तक पहुचाएं। धन्यवाद।
HEALTHWORLD