आज जब ऑफिस में छोटा सा तिरंगा दिल के पास लगाया तो कुछ ऐसा अनुभव हुआ ...खून थोडा और गर्म लगा और धड़कन की रफ़्तार और तेज़ महसूस हुई, कई दिनों से समाचार पढ़कर ऐसा लग रहा था क्यों तिरंगा फ़हराने पर लड़ाई हो रही है ...पर आज जब तिरंगा दिल के पास लगा तो महसूस हुआ ये सिर्फ तीन रंगों का झंडा नहीं है और भी बहुत कुछ है ... इसको पहनने का सौभाग्य सबको नहीं मिलता ...और मरने के बाद तिरंगे में लिपटने का सौभाग्य भी सबके नसीब में नहीं होता .
आम भारतीय की तरह मेरे लिए भी स्कूल छूटने के बाद २६ जनवरी और पंद्रह अगस्त छुट्टी के दिन ही रहे है ..... पर पता नहीं आज ऐसा क्यों लग रहा है शायद इस मानसिकता से बाहर निकलू और सभी को शुभकामनाये दूं ...क्यों नहीं इस दिन को दिवाली या ईद की तरह मना सकते ,क्यों नहीं गले मिल बधाई दे सकते अपने गणतंत्र के लिए ...
जानती हूँ बहुत निराशा है ,भ्रटाचार है , अन्याय है और बहुत बेबस से है हम पर ...जब देश गुलाम था तब भी ऐसा ही माहौल रहा होगा ..तब दुश्मन बाहर से आया था उसे खदेड़ दिया ..पर आज के दुश्मन हमारे बीच ही बैठे है ..मुश्किल है बहुत ही मुश्किल पर कहीं तो इस रात की सुबह होगी ...
आम भारतीय की तरह मेरे लिए भी स्कूल छूटने के बाद २६ जनवरी और पंद्रह अगस्त छुट्टी के दिन ही रहे है ..... पर पता नहीं आज ऐसा क्यों लग रहा है शायद इस मानसिकता से बाहर निकलू और सभी को शुभकामनाये दूं ...क्यों नहीं इस दिन को दिवाली या ईद की तरह मना सकते ,क्यों नहीं गले मिल बधाई दे सकते अपने गणतंत्र के लिए ...
जानती हूँ बहुत निराशा है ,भ्रटाचार है , अन्याय है और बहुत बेबस से है हम पर ...जब देश गुलाम था तब भी ऐसा ही माहौल रहा होगा ..तब दुश्मन बाहर से आया था उसे खदेड़ दिया ..पर आज के दुश्मन हमारे बीच ही बैठे है ..मुश्किल है बहुत ही मुश्किल पर कहीं तो इस रात की सुबह होगी ...
ek gajab ki bhawna aati hai tirange ke aage
ReplyDeleteदिल से निकली सुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभकामनाये
वंदे मातरम
आपको भी शुभकामनायें।
ReplyDeleteसच में तिरंगा देख कर गर्व से सर स्वत: ही ऊपर हो जाता है.
ReplyDeleteआपको भी शुभकामनाये.
vande mataram ...
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सच है यह भाव महसूस करने के हैं ....गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें
ReplyDeleteहर वर्ष इसी आशा में निकल जाता है! बदलता कुछ भी नहीं! अंधकार और भी घना होता जाता है.. फिर भी यह उम्मीद कि फिर सुबह होगी!!
ReplyDelete.गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाइयाँ !फिर भी देश हमारा है तो इसके सुख दुख भी हमारे ही हैं।जय हिंद्।
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभकामनायें
ReplyDeleteसार्थक पोस्ट .... गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभकामनायें
ReplyDeleteदेश हमारा है तो इसके सुख दुख भी हमारे ही हैं।
ReplyDeleteसार्थक पोस्ट
गणतंत्र दिवस की मंगलकामनाएं
गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ...
ReplyDelete"मुश्किल है बहुत ही मुश्किल पर कहीं तो इस रात की सुबह होगी ." इंतजारी है उस सुबह की। बहुत ही सुंदर भावपूर्ण रचना और गणतन्त्र दिवस की अनेकों शुभकामनायें।
ReplyDeleteसच कहा आपने । तिरंगा सिर्फ तीन रंगो का संगम ही नही हमारा भूत , वर्तमान और भविष्य है ।
ReplyDeleteतिरंगे को हमारा शत शत नमन
भावनाएं मन की
ReplyDeleteबनी हैं जन गण की।
हिन्दी ब्लॉगिंग कार्यशाला के चित्र
मीडियोकर्मियों को संबोधित करते हुए हिन्दी ब्लॉगिग कार्यशाला में अविनाश वाचस्पति ने जो कहा
nice post
ReplyDeletechk out my blog also
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jab rashtra gaan bajta hai to poore shareer mein ek romanch ki lahar daud jati hai....jai hind
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई !
ReplyDeleteएक आम भारतीय के स्वर हैं ये.....
ReplyDeleteआपको भी शुभकामना....
अच्छे जज्बात!
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