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Monday, January 3, 2011

उफ़ ये अलसाई सी सुबह !


एक अलसाई सुबह
गर्म रजाई सी सुबह
जब छेड़ा था तुमने
कितना शरमाई थी सुबह
लट को हटाया जब  फूंक से
गालो पर उभर आई थी सुबह
माथे पर तेरे चुम्बन से
किस्मत पर इतराई थी सुबह
किसी के आने की आहट से
तकिये के नीचे दबाई थी सुबह
कितनी हडबडाकर  तुमने
गालो से मिटाई थी  सुबह
 नए साल में जाने से
थोडा हिचकिचाई थी सुबह
लगी जब तुम्हारे गले
मेरे मन भाई थी सुबह
उफ़ ये अलसाई सी सुबह !

27 comments:

  1. किसी के आने की आहट से
    तकिये के नीचे दबाई थी सुबह
    कितनी हडबडाकर तुमने
    गालो से मिटाई थी सुबह


    उफ़... कितनी प्यारी सी सुबह !!!

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  2. bhai...ye alsai to nahi...badi rooomani subah hai ...hehe..pyari pyari nazm hai... :)

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  3. नए साल की अलसाई सी सुबह ... बहुत लालावाब है ये सुबह ... आपको नया साल बहुत बुत मुबारक ..

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  4. नए साल की आपको सपरिवार ढेरो बधाईयाँ !!!!
    बहुत सुंदर रचना.... अंतिम पंक्तियों ने मन मोह लिया...

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  5. सुन्दर कविता लाई,
    वह सुबह अलसाई।

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  6. वाह वाह बडी मनमोहक सुबह है ये तो…………दिल खुश कर गयी।
    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें।

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  7. एक अलसाई सुबह
    गर्म रजाई सी सुबह
    जब छेड़ा था तुमने
    कितना शरमाई थी सुबह
    लट को हटाया जब फूंक से
    गालो पर उभर आई थी सुबह
    माथे पर तेरे चुम्बन से
    किस्मत पर इतराई थी सुबह
    किसी के आने की आहट से
    तकिये के नीचे दबाई थी सुबह

    बहुत सुंदर रचना...

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  8. बहुत ही खूबसूरत शब्‍दों के साथ बेहतरीन अभिव्‍यक्ति ।

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  9. bahut badhiya post.आप को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये ..

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  10. एक अलसाई सुबह
    गर्म रजाई सी सुबह
    जब छेड़ा था तुमने
    कितना शरमाई थी सुबह
    बहुत ही खूबसूरत शब्‍दों के साथ बेहतरीन अभिव्‍यक्ति ।

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  11. आपकी कविताओं में अहसास अपने चरम पर होते हैं.बहुत ही सुखद लगता है पढ़ना.

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  12. क्या बात है!! सुबह का कोई रूप नहीं छोड़ा आपने!!

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  13. सोनल जी,
    नमस्ते!
    मैं तो शर्म के मारे कुछ कह ही नहीं पा रहा हूँ.
    आप अपने आप समझ लो.... हा हा हा!!!
    न्यू ईअर में मेरे अलावा, होप, हैल्थ एंड हैप्पीनेस आपके रफ़ीक रहें!
    आशीष
    ---
    हमहूँ छोड़ के सारी दुनिया पागल!!!

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  14. एक अलसाई सुबह
    गर्म रजाई सी सुबह

    बहुत खूब .. बहुत खूबसूरत सुबह .. बहुत सुन्दर एहसास

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  15. bahut hi khoob likha hai .. aise hi likhte rahiyega taaki hum bhi padne ke liye aate rahein..

    Lyrics Mantra
    Ghost Matter
    Music Bol

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  16. uff aapkee ye alsaai subah hame bhi jhakjhor gayee...:)

    bahut pyari rachna...

    aapki rachna ne follow karne ko majboor kar diya..:)

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  17. बहुत ही खूबसूरत शब्‍दों के साथ बेहतरीन अभिव्‍यक्ति ।

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  18. nye saal per ek gudgudati khoobsurat si kavita.badhai wish you a happy new year

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  19. बहुत समय बाद किसी ब्लॉग पे इतनी खूबसूरत और रोमांटिक कविता पढ़ने को मिली...

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  20. एक अलसाई सुबह
    गर्म रजाई सी सुबह
    जब छेड़ा था तुमने
    कितना शरमाई थी सुबह
    .....सुन्दर मोहक चित्रण ...नव वर्ष की शुभकामना

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  21. बधाई इस काव्यमय गुनगुनी नव वर्ष की सुबह की .

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  22. बहुत खुबसूरत सुबह है
    बधाई

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  23. माथे पर तेरे चुम्बन से
    किस्मत पर इतराई थी
    कितनी हडबडाकर तुमने
    गालो से मिटाई थी
    वह बहुत खूब लिख आपने

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  24. अनूठी सुबह - बहुत खूब - नव वर्ष २०११ की शुभकामनाएं

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  25. awwww.....so so sooooo sweet, lovely piece di, bohot pyaari nazm hai, kya kahun, mmmuuahhhh

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