तुमने कहा था बताओगे मुझे
की कब मुझसे प्यार का एहसास हुआ
हमारे बीच के रिश्ते का
कौन सा पल एक दम ख़ास हुआ
सुनने को बेकरार हूँ मै
तुम्हारे लबो से ये कहानी
शायद ऐसे ही सुलझ जाए
कुछ उलझने अनजानी
यूँ तो बात बात पे कहते है
तुमको बस तुमको ही चाहता हूँ मैं
दिन रात तेरी सलामती की ही
दुआ मांगता हूँ मैं
पर मुझे भी तो हक है
की मैं भी महसूस करूँ
तुम्हारे दिल के नर्म कोने को
मेरे खयालो ने कब छुआ
simple & sweet
ReplyDelete" acchi rachana "
ReplyDelete----- eksacchai { AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
http://hindimasti4u.blogspot.com
hmmmm...khoobsoorat
ReplyDeleteसोनल जी बहुत ही सुंदर भावपूर्ण कविता है.स्नेह एवं शुभ कामनाएं
ReplyDeleteसोनल जी बहुत ही सुंदर भावपूर्ण कविता है
ReplyDeleteसोनल जी बहुत ही सुंदर भावपूर्ण कविता है
हमारे बीच के रिश्ते का
ReplyDeleteकौन सा पल एक दम ख़ास हुआ
सुंदर !
आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल कल 16-- 11 - 2011 को यहाँ भी है
ReplyDelete...नयी पुरानी हलचल में आज ...संभावनाओं के बीज
बेहतरीन।
ReplyDeleteसादर
behtreen rachna...
ReplyDeleteबहत अच्छी रचना .बधाई
ReplyDeleteपर मुझे भी तो हक है
ReplyDeleteकी मैं भी महसूस करूँ
तुम्हारे दिल के नर्म कोने को
मेरे खयालो ने कब छुआ... bilkul haq hai... bahut khoobsurat andaaj
बहुत खूब..नाज़ुक ख़याल नज़्म..
ReplyDeleteबेहतरीन... सुंदर रचना
ReplyDeleteसादर बधाई
behtreen rachna prstuti....
ReplyDeleteपर मुझे भी तो हक है
ReplyDeleteकी मैं भी महसूस करूँ
तुम्हारे दिल के नर्म कोने को
मेरे खयालो ने कब छुआ
वाह... बिल्कुल हृदय के करीब लगी ये भावपूर्ण पंक्तियाँ!
आपकी जिज्ञासा बहुत वाजिब है ! बहुत ही नाज़ुक ख्यालों से सजी कोमल सी रचना ! बहुत ही सुन्दर ! शुभकामनायें !
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