मंज़र तेरी कब्र पर
दो दिन जुटेंगे मज़ार पर
तेरे चाहने वाले
दिन चार चक्कर लगायेंगे
दुआ मांगने वाले
सूखे फूल और सूखे अश्क
फकत बाकी रहेंगे
कुछ कबूतर के सुफेद जोड़े
तेरे साथी रहेंगे
होकर पत्थरो की कैद में
तू आज़ाद रहेगा
मंज़र यही तेरी कब्र पर
तेरे बाद रहेगा
जीतेजी जो एक दिल भी
रोशन किया तूने
वो नूर इस जहाँ में
तेरे बाद रहेगा
आपने लिखा....
ReplyDeleteहमने पढ़ा....और लोग भी पढ़ें;
इसलिए बुधवार 04/09/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in ....पर लिंक की जाएगी. आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
वाह...
ReplyDeleteक्या खूबसूरत नज़्म पढ़वाई है सोनल...
बहुत ही प्यारी...
अनु
बहुत सुन्दर है रचना..
ReplyDeleteजीतेजी जो एक दिल भी
रोशन किया तूने
वो नूर इस जहाँ में
तेरे बाद रहेगा..
गजब :-)
ये अपनी निशानी ले जाना
ReplyDeleteवो मेरी कहानी ले जाना
जब दाना-पानी छूट गया
सब याद पुरानी ले जाना
आपकी कमाल की पोस्ट का एक छोटा सा कतरा हमने सहेज़ लिया ब्लॉग बुलेटिन के इस पन्ने को सज़ाने और दोस्तों तक आपकी पोस्ट को पहुंचाने के लिए , आइए मिलिए अपनी और अपनों की पोस्टों से , आज के बुलेटिन पर
ReplyDeleteसुन्दर रचना
ReplyDeleteजीतेजी जो एक दिल भी
ReplyDeleteरोशन किया तूने
वो नूर इस जहाँ में
तेरे बाद रहेगा...
:)
सच है किसी एक दीप को भी रोशन कर दिया तो रौशनी रहेगी जाने के बाद भी ...
ReplyDeleteअपने होने का एहसास लिए ... भावपूर्ण रचना ...
बहुत सुंदर रचना....
ReplyDelete
ReplyDeleteबहुत खुबसूरत भाव
latest post नसीहत
हार्दिक बधाई और शुभकामनायें!
ReplyDeleteकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
http://madan-saxena.blogspot.in/
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वाह..सुन्दर!!!!
ReplyDeletebahut hi sundar rachna..........badhai
ReplyDeletebahut hi khoobsurat likha ha aapne.
ReplyDeleteबहुत खुब, बहुत अच्छा रचना है।
ReplyDeleteमैं एक Social worker हूं और समाज को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देता हुं। मैं Jkhealthworld संस्था से जुड़ा हुआ हूं। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि आप भी इस संस्था से जुड़े और जनकल्याण के लिए स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां लोगों तक पहुचाएं। धन्यवाद।
HEALTHWORLD