मैं क्या सोचती हूँ ..दुनिया को कैसे देखती हूँ ..जब कुछ दिल को खुश करता है या ठेस पहुंचाता है बस लिख डालती हूँ ..मेरा ब्लॉग मेरी डायरी है ..जहाँ मैं अपने दिल की बात खुलकर रख पाती हूँ
हर रूप
हर रंग
कान्हा मांगू
तेरा संग
शिशु तुमसा
ममतत्व जगाये
सखा तुमसा
दौड़ा आये
प्रिय तुमसा
नेह बढाए
साथी तुमसा
हर वचन निभाये
चरणों में जब
नयन लगाऊं
ये जीवन
सार्थक हो जाए
"आपसभी को कृष्णजन्मोत्सव की शुभकामनाये "
बाबु! हर रूप मे उसे हर कोई पाना चाहता है. मुझे उसने इस जनम मे यशोदा,मीरा और राधे का जीवन जीने को दिया. कभी खुश होती हूं कि उसने इस योग्य समझा.कभी ..........वो मिलेगा तो उससे खूब झगडूगी कि मैं ही क्यों? खूब रोऊँगी और खूब रुलाऊंगी. हर बार मेरी गोद मे आता है और छोड़ कर चला जाता है वो मुझे सोनल! बिना ये सोचे कि .........कैसे जिऊंगी? चाहो तो आना मिलने 'मेरे कृष्ण' से ब्लोग पर.'दिनकर' मे है वो ...और भी कई जगह. तुम्हे कैसे दे दूँ ? या ...तुम्हारा होने दूँ? पर...मैं स्वार्थी नही.वो हर रूप मे तुम्हे मिले.
blog pe kam hee aa pata hun ..par aata hun to khush ho jata hun ...badi pyari pyari rachna hai ,...krishn sampoorn avtar the ..shayd isiliye har gun tha unme....:)
jai sri krishn ....keep it up ....
ReplyDeletesonal..janmastmi ki tumhe bhi shubhkamnayen!
ReplyDeleteवाह वाह्……………सच जीवन सार्थक हो जाये अगर ऐसा हो जाये।
ReplyDeleteभगवान श्री कृष्ण पर कुछ भी लिखा जाये तो वो अपने आप ही सुद्नर हो जाता है.. एक बार मैंने भी ऐसा ही कुछ लिखा था..
ReplyDeleteआपको भी बहुत शुभकामनाये
बहुत बहुत शुभकामनाये
ReplyDeleteबहुत बहुत शुभकामनाये
बहुत बहुत शुभकामनाये
आपको भी श्री कृष्ण जन्मोत्सव की शुभकामनाएं।
ReplyDeleteआपको बहुत शुभकामनायें।
ReplyDeleteराधे राधे ...बहुत खूब ...आप सब को भी जन्माष्टमी की बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteकृष्ण का हर रूप लुभाता है .... आपको भी जन्माष्टमी की बधाई ....
ReplyDeleteख़ूबसूरत रचना..... आभार
ReplyDeleteजय श्रीकृष्ण ....
poori zindagi ke saarthi ban jayen
ReplyDeletejai sri krisn..
ReplyDeletebahut khub...
बहुत सुन्दर ...कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनायें
ReplyDeleteबेहद खूबसूरत....... बहुत खूब!
ReplyDeleteकृष्ण जन्माष्टमी पर एडवांस में शुभकामनायें!
राधे राधे
ReplyDeleteहरे कृष्णा हरे कृष्णा
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे राम हरे राम
राम राम हरे हरे।
कान्हा जीवन मॆं खुशिहाली लायें।
बाबु! हर रूप मे उसे हर कोई पाना चाहता है.
ReplyDeleteमुझे उसने इस जनम मे यशोदा,मीरा और राधे का जीवन जीने को दिया. कभी खुश होती हूं कि उसने इस योग्य समझा.कभी ..........वो मिलेगा तो उससे खूब झगडूगी कि मैं ही क्यों?
खूब रोऊँगी और खूब रुलाऊंगी.
हर बार मेरी गोद मे आता है और छोड़ कर चला जाता है वो मुझे सोनल! बिना ये सोचे कि .........कैसे जिऊंगी?
चाहो तो आना मिलने 'मेरे कृष्ण' से ब्लोग पर.'दिनकर' मे है वो ...और भी कई जगह.
तुम्हे कैसे दे दूँ ? या ...तुम्हारा होने दूँ? पर...मैं स्वार्थी नही.वो हर रूप मे तुम्हे मिले.
बहुत अच्छी कविता।
ReplyDeleteराष्ट्रीय एकता और विकास का आधार हिंदी ही हो सकती है।
Jai Shri Radhe Krishna AAPKO bhji KANHA Ke janm par bahut bahut badhai ...........!!
ReplyDeletejanmastmi ki shubhkamnayen!
ReplyDeletebahut bahut shubhkaamnae :)
ReplyDeletehttp://liberalflorence.blogspot.com/
लाजवाब रचना...
ReplyDeleteजय श्री कृष्ण!
ReplyDelete--
अब मैं ट्विटर पे भी!
https://twitter.com/professorashish
बहुत सुन्दर रचना...श्री कृष्ण-जन्माष्टमी पर ढेर सारी बधाइयाँ !!
ReplyDelete________________________
'पाखी की दुनिया' में आज आज माख्नन चोर श्री कृष्ण आयेंगें...
चरणों में जब
ReplyDeleteनयन लगाऊं
ये जीवन
सार्थक हो जाए
..खूबसूरत अभिव्यक्ति.
श्री कृष्ण-जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें.
एकै साधै सब सधे, स्वार्थ्पूर्ण कामना है आपकी। पर श्रीकॄष्ण भगवान की प्राप्ति की इच्छा मे स्वार्थ रखना संभवतः सबसे उच्च कोटि का स्वार्थ होगा ।
ReplyDeleteएक ही जीवन मिलता है उसे
ReplyDeleteसार्थक करने के लिए कृष्ण से विनय का भक्ति भाव अच्छा लगा...
blog pe kam hee aa pata hun ..par aata hun to khush ho jata hun ...badi pyari pyari rachna hai ,...krishn sampoorn avtar the ..shayd isiliye har gun tha unme....:)
ReplyDeleteखूबसूरत अभिव्यक्ति.
ReplyDeleteश्री कृष्ण-जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें....
बहुत ख़ूबसूरत..कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
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