एक डुबकी गंग धार में
कांवर के त्यौहार में
तन मन सब धुल जाए
हर हर गंगे हो जाए
सावन के उस मेले में
मन भर पाओ धेले में
सारा आँचल भर जाए
जय बम भोले हो जाए
दूध दही और शहद
धतूरा भांग और मृग-मद
बेलपत्रि सी चढ़ जाऊं
शायद मैं भी तर जाऊं
घर से इतनी दूरी है
ऐसी ही मजबूरी है
चुल्लू भर आचमन लिया
शायद मैं भी तर जाऊं
घर से इतनी दूरी है
ReplyDeleteऐसी ही मजबूरी है
चुल्लू भर आचमन लिया
शायद मैं भी तर जाऊं ....rachna vaastivakta lagti hai. bahut umda rachna.
वाह! सावन की शुरुआत, कांवर, और कांवरियों की बोलबम के नारों के बीच आपकी यह रचना उत्सव का समां बांध रही है।
ReplyDeleteएक डुबकी गंग धार में
ReplyDeleteकांवर के त्यौहार में
तन मन सब धुल जाए
हर हर गंगे हो जाए
...manoram rachna.. Saawan mein bholenaath ke aaradhna man ko bhati hai...
Haardik shubhkamnayne.
जय गंगे मैया।
ReplyDeleteJAI HO GANGA JI
ReplyDeleteमन चंगा तो कठौती में गंगा... सावन के पहले दिन, बम भोले का स्मरण... धन्यवाद सोनल जी!
ReplyDeleteBelpatri wali baat kamal hai sonal ji...aur han bam bam bhole... :-)
ReplyDeletesahi samay par sahi post..maza aa gaya..
सावन में बम-बम भोले , कांवर का त्यौहार ...
ReplyDeleteवाह ...जय गंगे मां ..!
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
ReplyDeleteराजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
ohh sonal...aaj to mausam bhi madmast hai ..yahan ganga maiya sochkar hi thand se sihar rahe hai aur tumhare man se aastha ke kuch rang bikhar rahe hai...accha hai..... :)
ReplyDeleteआपकी यह प्रस्तुति कल २८-७-२०१० बुधवार को चर्चा मंच पर है....आपके सुझावों का इंतज़ार रहेगा ..
ReplyDeletehttp://charchamanch.blogspot.com/
नमस्कार सोनल जी...
ReplyDeleteसुन्दर कविता में कह डाले...
मन के सब उदगार....
शिव जी की कँवर ज्यों लेने...
पहुंचे हरी के द्वार...(हरिद्वार)
मन की गंगा की कांवर भी..
भोले जी के मन भाये....
श्रधा और विश्वास संग जो...
उनके दरवाजे आये...
भले न पहुंचे हरिद्वार हम...
पर हम पहुंचे शिव के द्वार...
हाथों मैं बस बेल पत्र और...
मन मैं लेकर के विश्वास...
दीपक...
OM NAMH SHIWAY......!! Pahli baar aapka blog pada ...bahut achha laga !! kuch alag tarh ki rachnaye, vichar aapki abhvyakti main jhalakte hai.....badhai!!
ReplyDeleteJAI HINDI.....Jai ho Mangalmay HO